डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: भारत के मिसाइल मैन से राष्ट्रपति तक का सफर! Dr. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi with FAQs
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जिन्हें भारत के "मिसाइल मैन" के नाम से जाना जाता है, भारत के एक महान वैज्ञानिक, राष्ट्रपति और प्रेरणादायक वक्ता थे. आइए उनके जीवन और उपलब्धियों पर एक नज़र डालें:
जीवनी By Tathya Tarang, Last Update Mon, 22 July 2024, Share via
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
- उनका बचपन आर्थिक चुनौतियों से भरा था।
- अखबार बेचकर वे अपने परिवार की आर्थिक मदद करते थे।
- वह पढ़ाई में मेधावी थे और उन्होंने रामेश्वरम से ही अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की।
- बाद में उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
वैज्ञानिक कैरियर
- स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, डॉ. कलाम रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में शामिल हो गए।
- उन्होंने भारत की स्वदेशी मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उनकी अगुवाई में भारत की पहली स्वदेशी विकसित बैलिस्टिक मिसाइल " पृथ्वी" और उसके बाद अग्नि मिसाइल का निर्माण हुआ।
- डॉ. कलाम को उनके इस योगदान के कारण "भारत के मिसाइल मैन" के रूप में जाना जाने लगा।
- उन्होंने भारत के परमाणु कार्यक्रम में भी अहम भूमिका निभाई थी।
राष्ट्रपति का कार्यकाल
- 2002 में, डॉ. कलाम को भारत के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया।
- उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में देश के युवाओं को प्रेरित करने और भारत के विकास में उनके योगदान को प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान दिया।
- उनका कार्यकाल सरलता और सार्वजनिक हित के लिए समर्पण के लिए जाना जाता है।
लेखक और शिक्षक
- डॉ. कलाम एक प्रसिद्ध लेखक भी थे। उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें से "विंग्स ऑफ फायर" उनकी आत्मकथा है और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है।
- वह देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को संबोधित करते थे और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते थे।
सम्मान और पुरस्कार
- डॉ. कलाम को उनके असाधारण कार्यों के लिए भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
- उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिले।
विरासत
- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के महान वैज्ञानिकों में से एक हैं। उन्होंने भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- राष्ट्रपति के रूप में, उन्होंने देश को एकजुट करने और युवाओं को सशक्त बनाने का प्रयास किया।
- उनका सरल जीवन, देशभक्ति और युवाओं के प्रति प्रेम उन्हें हमेशा याद दिलाएगा।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को शिलांग, मेघालय में हुआ था। उनका जीवन और कार्य भारत के युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
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डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: भारत के विकास में अमूल्य योगदान
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जिन्हें "भारत के मिसाइल मैन" के नाम से जाना जाता है, ने भारत के विकास में कई क्षेत्रों में अमूल्य योगदान दिया। आइए उनकी प्रमुख उपलब्धियों पर एक नज़र डालें:
1. मिसाइल कार्यक्रम
- भारत की मिसाइल शक्ति के जनक माने जाने वाले डॉ. कलाम ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में अग्रणी वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया।
- उनकी अगुवाई में भारत की पहली स्वदेशी विकसित बैलिस्टिक मिसाइल "पृथ्वी" का निर्माण हुआ।
- इसके बाद, उन्होंने अग्नि श्रृंखला की मिसाइलों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- ये सफल मिसाइल कार्यक्रम भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने और देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील के पत्थर साबित हुए।
2. अंतरिक्ष कार्यक्रम
- डॉ. कलाम ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- उन्होंने SLV-III प्रक्षेपण यान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे "SLV का ध्रुवीय संस्करण" भी कहा जाता है।
- इसी यान की सहायता से 1980 के दशक में भारत ने अपना पहला उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित किया।
3. परमाणु कार्यक्रम
- (यद्यपि परमाणु हथियारों के विकास पर बहस जारी है) 1998 में हुए पोखरण-II परमाणु परीक्षण में डॉ. कलाम एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सलाहकार थे।
- इस परीक्षण ने भारत की परमाणु शक्ति के रूप में स्थिति को वैश्विक पटल पर मजबूत किया।
4. वैज्ञानिक प्रेरणा
- डॉ. कलाम ने न केवल अपने वैज्ञानिक कार्यों से बल्कि अपने सरल जीवन और देशभक्ति से भी युवाओं को प्रेरित किया।
- उन्होंने देश भर में स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को संबोधित किया और उन्हें अपने जुनून का पीछा करने और लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- उनकी प्रसिद्ध पुस्तक "विंग्स ऑफ फायर" उनकी आत्मकथा है, जो युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है और उन्हें प्रेरित करती है।
5. राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल
- 2002 में, डॉ. कलाम को भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया।
- राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने देश के युवाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया और भारत के विकास में उनके योगदान को बढ़ावा दिया।
- उनका कार्यकाल सादगी और सार्वजनिक हित के लिए समर्पण के लिए जाना जाता है।
इनके अलावा, डॉ. कलाम को उनके असाधारण कार्यों के लिए कई सम्मानों से भी विभूषित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- भारत रत्न (Bharat Ratna) - 1997 - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
- पद्म भूषण (Padma Bhushan) - 1981
- पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) - 1990
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन और कार्य भारत के इतिहास में हमेशा स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों और युवाओं को प्रेरित करने वाले कार्यों ने भारत को विकास की राह पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
हिंदी में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के कुछ सबसे प्रेरणादायक उद्धरण दिए गए हैं:
ख्वाब को पूरा करने से पहले, ख्वाब को देखना जरूरी है|
(You have to dream before your dreams can come true.)
- यह उद्धरण लक्ष्य निर्धारित करने और आकांक्षाएं रखने के महत्व पर जोर देता है।असफलता आपको कभी नहीं पछाड़ेगी अगर आप सफल होने का अपना दृढ़ संकल्प काफी मजबूत रखते हैं
(Failure will never overtake you if your determination to succeed is strong enough.)
- यह उद्धरण दृढ़ता और अपने सपनों को न छोड़ने के महत्व पर प्रकाश डालता है।छोटा लक्ष्य एक अपराध है; महान लक्ष्य रखो
(Small aim is a crime; have great aim.)
- यह उद्धरण महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने और उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने को प्रोत्साहित करता है।विज्ञान सौंदर्य का उपहार है, हमें इसका विरूपण नहीं करना चाहिए
(Science is a beautiful gift to humanity; we should not distort it.)
- यह उद्धरण हमें उस नैतिक जिम्मेदारी की याद दिलाता है जो वैज्ञानिक प्रगति के साथ आती है।दिमाग का असली चिन्ह सवाल पूछना होता है
(The true sign of intelligence is not giving answers, but asking questions.)
- यह उद्धरण जिज्ञासा और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करता है।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के एक महान वैज्ञानिक, राष्ट्रपति और प्रेरणादायक वक्ता थे। आइए उनके बारे में कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब हिंदी में जानते हैं:
1. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को "भारत के मिसाइल मैन" क्यों कहा जाता है?
जवाब: डॉ. कलाम रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में अग्रणी वैज्ञानिकों में से एक थे। उन्होंने भारत की स्वदेशी मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अगुवाई में भारत की पहली स्वदेशी विकसित बैलिस्टिक मिसाइल "पृथ्वी" और उसके बाद अग्नि मिसाइल का निर्माण हुआ। इसी वजह से उन्हें "भारत के मिसाइल मैन" की उपाधि दी गई.
2. डॉ. कलाम के राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल की कोई खास बातें बताएं?
जवाब: डॉ. कलाम 2002 से 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे। उनके कार्यकाल की खास बातें रहीं:
- युवाओं को प्रोत्साहित करना और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को बढ़ावा देना।
- उनका सरल जीवन और सार्वजनिक हित के लिए समर्पण।
- देश के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से सीधा जुड़ाव।
3. डॉ. कलाम ने विज्ञान के अलावा किन क्षेत्रों में योगदान दिया?
जवाब: डॉ. कलाम न केवल एक महान वैज्ञानिक थे बल्कि एक प्रेरणादायक वक्ता और लेखक भी थे। उन्होंने देश भर में युवाओं को संबोधित किया और उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रसिद्ध पुस्तक "विंग्स ऑफ फायर" उनकी आत्मकथा है, जो युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है।
4. डॉ. कलाम को कौन-कौन से सम्मान मिले?
जवाब: डॉ. कलाम को उनके असाधारण कार्यों के लिए कई सम्मानों से सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- भारत रत्न (Bharat Ratna) - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
- पद्म भूषण (Padma Bhushan)
- पद्म विभूषण (Padma Vibhushan)
5. डॉ. कलाम की विरासत क्या है?
जवाब: डॉ. कलाम की विरासत एक महान वैज्ञानिक, राष्ट्रपति, प्रेरणादायक वक्ता और लेखक के रूप में है। उन्होंने भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने, अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाने और युवाओं को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका सरल जीवन, देशभक्ति और युवाओं के प्रति प्रेम उन्हें हमेशा याद दिलाएगा।
6. डॉ. कलाम का बचपन कैसा था?
जवाब: डॉ. कलाम का बचपन आर्थिक चुनौतियों से भरा था। वह तमिलनाडु के रामेश्वरम में पैदा हुए थे और अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए अखबार बेचा करते थे।
7. डॉ. कलाम की शिक्षा कैसी रही?
जवाब: डॉ. कलाम पढ़ाई में मेधावी थे। उन्होंने रामेश्वरम से ही अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की और बाद में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
8. क्या डॉ. कलाम का कोई वैज्ञानिक आविष्कार था?
जवाब: जबकि डॉ. कलाम सीधे किसी एक आविष्कार के लिए जाने जाते नहीं हैं, उन्होंने मिसाइल विकास कार्यक्रमों में अगुवाई की, जिसके परिणामस्वरूप भारत की स्वदेशी मिसाइलें "पृथ्वी" और "अग्नि" जैसी मिसाइलें बनीं।
9. डॉ. कलाम को राष्ट्रपति के रूप में कैसे चुना गया?
जवाब: डॉ. कलाम को राष्ट्रपति पद के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के समर्थन से निर्वाचित किया गया था। उनका वैज्ञानिक के रूप में राष्ट्रीय सम्मान और देशभक्ति की छवि निर्वाचन में सहायक रही।
10. डॉ. कलाम की मृत्यु कैसे हुई?
जवाब: डॉ. कलाम का 27 जुलाई 2015 को शिलांग, मेघालय में एक कार्यक्रम के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।