जंगल के चालाक निवासी! सियार के बारे में अनोखे और रोचक तथ्य! Facts about Jackal
Facts about Jackal: क्या आप जानते हैं कि सियार सिर्फ जंगल में घूमने वाले सफाईकर्मी नहीं हैं? उनके पास एक जटिल सामाजिक संरचना, अद्वितीय प्रतिभाएं और आश्चर्यजनक अनुकूलन क्षमता है। आइए, सियार के बारे में 15 रोचक तथ्यों के साथ उनके अज्ञात पहलुओं को उजागर करें!
रोचक तथ्य By ADMIN, Last Update Sat, 31 August 2024, Share via
जंगल के चालाक निवासी! सियार के बारे में अनोखे और रोचक तथ्य
1. भूमिगत राजनयिक: सियार अपने पैक के सदस्यों के साथ झगड़ों को सुलझाने के लिए अद्वितीय "मैत्रीपूर्ण नृत्य" का उपयोग करते हैं। इसमें एक-दूसरे को सूंघना, नाक से छूना और खेलना शामिल है।
2. आवाज की नकल: सियार अन्य जानवरों की आवाज की नकल करने में माहिर होते हैं, जैसे कि शिकार को लुभाने के लिए हिरण की पुकार या शिकारियों को दूर भगाने के लिए चीता की दहाड़।
3. दिन में सोना: जबकि उन्हें रात में सक्रिय माना जाता है, सियार अक्सर दिन में भी सोते हैं, खासकर गर्म जलवायु में। वे अक्सर पेड़ों की छाँव या झाड़ियों के नीचे आराम करते हैं।
4. साफ-सुथरे खाने की आदत: सियार गड्ढे खोदकर शौच करते हैं और अपने क्षेत्र को साफ रखते हैं। यह बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करता है।
5. एक माँ, कई पिता: सियार के पैक में, सभी मादाएं एक साथ शावकों को पालती हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी को दूध पिलाया जाता है और उनकी देखभाल की जाती है। नर शावकों की रक्षा और भोजन लाने में मदद करते हैं।
6. गुप्त हथियार: सियार के सामने के पैरों में एक अतिरिक्त पंजा होता है, जिसे "डी ओ म्यूटे" कहा जाता है। यह चलने में स्थिरता प्रदान करने और शिकार को पकड़ने में मदद करता है, लेकिन यह इतना छोटा होता है कि आमतौर पर छिपा रहता है।
7. चंद्रमा से प्रभावित: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि सियार की गतिविधि चंद्रमा के चरणों से प्रभावित होती है। वे पूर्णिमा के दौरान कम सक्रिय हो सकते हैं, संभवतः शिकारियों से बचने के लिए।
8. सामाजिक सीढ़ी: सियार के पैक में एक स्पष्ट सामाजिक पदानुक्रम होता है, जिसमें एक प्रभुत जोड़ा बाकी समूह पर हावी रहता है। अन्य सदस्य प्रभुत्व जोड़े को सम्मान दिखाते हैं और उनके आदेशों का पालन करते हैं।
9. स्वर्ग का संगीत: सियार अक्सर रात में ऊँची आवाज़ में गाते और रोते हैं, जिससे ऐसा लगता है मानो वे किसी अजीब संगीत समारोह में भाग ले रहे हैं। ये स्वरवृत्त संचार के एक रूप के रूप में काम करते हैं।
10. कब्रिस्तान के रखवाल: कुछ संस्कृतियों में, सियार को मृतकों के संरक्षक के रूप में देखा जाता है। माना जाता है कि वे कब्रों की रक्षा करते हैं और बुरी आत्माओं को दूर रखते हैं।
11. चिकित्सा में भूमिका: सियार के मूत्र और गोबर का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में कुछ संस्कृतियों में किया जाता है। हालांकि, इन दावों के समर्थन में कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
12. भौंकने की विविधता: सियार विभिन्न प्रकार के भौंकने और चीख का उपयोग करके संवाद करते हैं। प्रत्येक ध्वनि का एक विशिष्ट अर्थ होता है, जैसे कि खतरे की चेतावनी, भोजन की खोज, या अन्य पैक सदस्यों को बुलाना।
13. आनुवंशिक रहस्य: सियार और कुत्तों के बीच निकट संबंध है, लेकिन उनके सटीक विकासवादी इतिहास को पूरी तरह से समझा नहीं गया है। आनुवंशिक अध्ययन इस रहस्य को उजागर करने में मदद कर रहे हैं।
14. शहरी अनुकूलन: सियार शहरी क्षेत्रों में रहने के लिए भी अनुकूलित हो गए हैं, जहां वे कचरे के डिब्बों और बचे हुए भोजन का लाभ उठाते हैं।
15. संस्कृति में महत्व: सियार दुनिया भर की कई संस्कृतियों में पाए जाते हैं और अक्सर चालाकी, बुद्धि और अनुकूलन क्षमता के प्रतीक के रूप में देखे जाते हैं।
सियार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
सुविधा | विवरण |
प्रजाति | सियार |
वर्गीकरण | मांसाहारी |
भोजन | छोटे जीव, कीड़े, पक्षी, अंडे और कभी-कभी फल |
पाया जाने वाला स्थान | अफ्रीका, एशिया और यूरोप के घास के मैदान, वन और रेगिस्तान |
आकार | लोमड़ी के आकार के समान |
वजन | 8 से 15 किलोग्राम |
रंग | भूरा या सुनहरा भूरा |
पैर | लंबे और मजबूत |
कान | बड़े और चौड़े |
विशेषता | तेज गंध सूंघने और रात में अच्छी तरह देखने में सक्षम |
सियार के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. सियार को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
सियार को अंग्रेजी में "जैकॉल (Jackal)" कहा जाता है.
2. सियार किस परिवार से संबंधित हैं?
सियार कैनिड (Canid) परिवार से संबंधित हैं। इस परिवार में कुत्ते, भेड़िये और लोमड़ियाँ भी शामिल हैं।
3. सियार कितने बड़े होते हैं?
सियार मध्यम आकार के जंगली जानवर होते हैं। इनकी लंबाई लगभग 80 से 100 सेंटीमीटर (31 से 39 इंच) और कंधे तक की ऊंचाई 30 से 50 सेंटीमीटर (12 से 20 इंच) तक हो सकती है।
4. सियार कहाँ पाए जाते हैं?
सियार अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं। भारत में सियार ज्यादातर घास के मैदानों, जंगलों और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
5. सियार क्या खाते हैं?
सियार सर्वाहारी होते हैं, यानी ये मांसाहारी और शाकाहारी दोनों तरह का भोजन खाते हैं। ये छोटे स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, कीड़े, फल और सब्जियां खाते हैं। ये कभी-कभी मरे हुए जानवरों का शिकार भी कर लेते हैं या फिर जंगली बिल्लियों के बचे हुए भोजन को खा लेते हैं।
6. सियार अकेले रहते हैं या झुंड में?
सियार आम तौर पर जोड़े में रहते हैं। एक नर और एक मादा मिलकर अपना क्षेत्र बनाते हैं और शिकार करते हैं। हालांकि, कभी-कभी ये छोटे परिवारों में भी रह सकते हैं, जिनमें माता-पिता और उनके बच्चे शामिल होते हैं।
7. सियार कितने समय तक जीवित रहते हैं?
जंगली सियार आमतौर पर 10-12 साल तक जीवित रहते हैं। हालांकि, अच्छी देखभाल में ये कैद में 16 साल तक भी जीवित रह सकते हैं।
8. सियार की आवाज कैसी होती है?
सियार ऊंची और तेज आवाज निकालने के लिए जाने जाते हैं। ये अक्सर रात के समय चिल्लाते, हंसते और भौंकते हुए सुनाई देते हैं। इनकी आवाजें आपस में बातचीत करने और अपने क्षेत्र को चिन्हित करने का काम करती हैं।
9. क्या सियार इंसानों के लिए खतरनाक होते हैं?
सियार आमतौर पर इंसानों से बचते हैं। हालांकि, अगर वे खुद को खतरे में महसूस करें तो काट सकते हैं। जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखना ही सबसे अच्छा उपाय है।
10. भारत में सियार की कौन सी प्रजातियाँ पाई जाती हैं?
भारत में मुख्य रूप से दो प्रकार के सियार पाए जाते हैं:
- गोल्डन जैकाल (Golden Jackal): ये पूरे भारत में पाए जाते हैं। इनका रंग सुनहरा-भूरा होता है।
- इंडियन जैकाल (Indian Jackal): ये मुख्य रूप से दक्षिण भारत में पाए जाते हैं। इनका रंग ग्रे या भूरा होता है।
11. सियारों की सुनने की क्षमता इतनी तेज क्यों होती है?
सियारों के कान उनके सिर के ऊपर बड़े और सीधे होते हैं। इससे उन्हें जमीन के अंदर या घास में छिपे हुए शिकार को सुनने में मदद मिलती है। उनकी सुनने की क्षमता इतनी तेज होती है कि वे दूर से चींटियों के चलने की आवाज भी सुन सकते हैं।
12. सियारों की सूंघने की क्षमता कैसी होती है?
सियारों की सूंघने की क्षमता भी काफी तेज होती है। उनकी नाक में गंध को पहचानने वाले रिसेप्टर्स की संख्या बहुत अधिक होती है। इससे वे अपने शिकार का पता लगाने के साथ-साथ साथी सियारों द्वारा छोड़े गए गंध के निशानों को भी सूंघ सकते हैं।
13. सियार रात में कैसे देख पाते हैं?
सियारों की आंखों में एक खास परत होती है जिसे "टैपेटम ल्यूसिडम (Tapetum lucidum)" कहा जाता है। यह परत कम रोशनी में भी प्रकाश को वापस रिफ्लेक्ट करती है, जिससे उन्हें रात में बेहतर देखने में मदद मिलती है।
14. सियार इतनी दूर तक कैसे सूंघ सकते हैं?
सियार जमीन पर अपना थूथन रखकर सूंघते हैं। ऐसा करने से गंध के अणु उनकी नाक तक आसानी से पहुंच जाते हैं। साथ ही, वे हवा में गंध का पता लगाने के लिए बार-बार सूंघते और अपनी नाक को हिलाते रहते हैं।
15. सियार अपना शरीर का तापमान कैसे नियंत्रित करते हैं?
सियार ठंडे खून वाले जीव (Cold-blooded) नहीं होते, बल्कि उनका शरीर का तापमान गर्म खून वाले जीवों (Warm-blooded) की तरह नियंत्रित रहता है। वे दिन में धूप सेंककर और रात में अपना शरीर सिकोड़कर अपना तापमान नियंत्रित करते हैं। साथ ही, उनके बड़े कान गर्मी निकालने में भी मदद करते हैं।
16. सियार इतनी तेज दौड़ क्यों लगा सकते हैं?
सियारों के लंबे और पतले पैर उन्हें तेज दौड़ने में मदद करते हैं। ये छोटी दूरी के लिए काफी तेज गति से दौड़ सकते हैं, जो उन्हें शिकार को पकड़ने या शिकारियों से बचने में मदद करता है।
17. सियार एक दूसरे से कैसे बातचीत करते हैं?
सियार आपस में बातचीत करने के लिए कई तरह की आवाजें निकालते हैं। ये चिल्लाते हैं, हंसते हैं, भौंकते हैं और कई तरह के स्वर निकालते हैं। इन आवाजों के जरिए वे खतरे की चेतावनी देते हैं, साथी को ढूंढते हैं और शिकार का पता लगाने में मदद करते हैं।
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