पिरामिड कहाँ स्थित हैं?
पिरामिड सबसे ज्यादा मिस्र (Egypt) में पाए जाते हैं। नील नदी के किनारे बने गीज़ा के पिरामिड सबसे प्रसिद्ध हैं। इनमें ख़ुफ़ू का पिरामिड सबसे विशाल है, जिसे प्राचीन विश्व के सात अजूबों में से एक माना जाता है। हालांकि, पिरामिड केवल मिस्र में ही नहीं बल्कि सूडान, चीन और मध्य अमेरिका में भी मिले हैं।
पिरामिड का निर्माण कब और कैसे हुआ?
माना जाता है कि पिरामिडों का निर्माण 2800 ईसा पूर्व से 2200 ईसा पूर्व के बीच हुआ। इनका निर्माण कैसे हुआ यह आज भी रहस्य है। कुछ शोध बताते हैं कि भारी पत्थरों को ढलानों (ramps) की मदद से ऊपर लाया गया, जबकि कुछ अन्य सिद्धांत जलमार्गों और विशेष औजारों का उल्लेख करते हैं।
पिरामिड किसलिए बनाए गए?
सबसे अधिक मान्य सिद्धांत यही है कि पिरामिड फिरौन (Pharaohs) यानी मिस्र के राजाओं के दफन स्थल थे। मिस्रवासियों का मानना था कि मृत्यु के बाद भी जीवन जारी रहता है। इसलिए पिरामिडों को फिरौन के शरीर और उनके बाद के जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं को संरक्षित करने हेतु बनाया गया।
पिरामिडों के रहस्य
पिरामिडों की निर्माण तकनीक आज भी शोध का विषय है। इतने विशाल पत्थरों को काटना और उन्हें इतनी सटीकता से जोड़ना कैसे संभव हुआ, यह रहस्य बना हुआ है। पिरामिडों के भीतर छिपे गुप्त कक्ष और मार्ग भी कई रहस्यों को समेटे हैं। कुछ लोग मानते हैं कि पिरामिडों का संबंध किसी अज्ञात सभ्यता या खगोलीय विज्ञान से हो सकता है।
पिरामिडों का भविष्य और संरक्षण
हज़ारों साल पुरानी संरचनाएँ होने के बावजूद पिरामिड आज भी खड़े हैं। लेकिन प्रदूषण और पर्यटन का दबाव इनके लिए खतरा है। इसलिए संरक्षण कार्य किए जा रहे हैं:
- प्रदूषण कम करना: औद्योगिक धुआं और वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण कम करने के उपाय।
- पर्यटन नियंत्रण: पर्यटकों की संख्या और गतिविधियों पर नियंत्रण।
- संरक्षण कार्य: क्षतिग्रस्त पत्थरों की मरम्मत और संरचनाओं को मजबूत करना।
पिरामिडों का महत्व
पिरामिड केवल मिस्र ही नहीं, बल्कि पूरी मानव सभ्यता की धरोहर हैं। ये प्राचीन इंजीनियरिंग और वास्तुकला के अद्भुत उदाहरण हैं और उस समय के धार्मिक विश्वासों व परंपराओं की झलक पेश करते हैं।
पिरामिड से जुड़ी रोचक जानकारी
| स्थान | मिस्र (सबसे प्रसिद्ध), सूडान, चीन, मध्य अमेरिका |
| निर्माण काल | लगभग 2800–2200 ईसा पूर्व |
| निर्माण उद्देश्य | फिरौन (राजाओं) के दफन स्थल |
| निर्माण सामग्री | विशाल पत्थर |
| प्रसिद्ध पिरामिड | ख़ुफ़ू, खाफ़्रे और मेनकाउरे |
| निर्माण समय | ख़ुफ़ू का पिरामिड – 27 साल, खाफ़्रे – 20 साल, मेनकाउरे – 18 साल |
| श्रमिक | कुशल कारीगर और इंजीनियर (दास नहीं) |
| आंतरिक तापमान | हमेशा स्थिर, बाहरी तापमान से अप्रभावित |
| विशेष तथ्य | पशुओं की हड्डियाँ मिलीं – संभवतः निर्माण में उपयोग |

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