इंद्रधनुष: रंगों का रहस्यमय संसार और इसके रोचक तथ्य! Rainbow Facts in hindi

Rainbow Interesting Facts: इस लेख में हम इंद्रधनुष के निर्माण की वैज्ञानिक प्रक्रिया, इसके विभिन्न प्रकारों और इसके सांस्कृतिक महत्व पर चर्चा करेंगे। जानिए कैसे इंद्रधनुष का पूरा व...

इंद्रधनुष: रंगों का रहस्यमय संसार और इसक...
इंद्रधनुष: रंगों का रहस्यमय संसार और इसक...


इंद्रधनुष के निर्माण की प्रक्रिया

1. प्रकाश का प्रवेश:

इंद्रधनुष तब बनता है जब सूर्य की प्रकाश किरणें बारिश की बूंदों में प्रवेश करती हैं। इन बूँदों के अंदर प्रकाश विभिन्न तरंग दैर्ध्यों (वेव लेंथ्स) में बंट जाता है।

2. विचलन (डिफ्रैक्शन):

जब सूर्य की सफेद रोशनी पानी की बूँद में प्रवेश करती है, तो प्रकाश की विभिन्न तरंगें अलग-अलग दिशा में मुड़ती हैं। इस प्रक्रिया को विचलन (डिफ्रैक्शन) कहते हैं।

3. परावर्तन (रिफ्लेक्शन):

प्रकाश बूँद के अंदर पहुंचकर कई बार परावर्तित होता है। सबसे पहली बार यह बूँद की अंदरूनी सतह पर परावर्तित होता है और दूसरी बार यह बूँद की बाहरी सतह पर परावर्तित होता है।

4. प्रकाश का विभाजन:

बूँद के अंदर परावर्तन के बाद, प्रकाश विभिन्न रंगों में विभाजित हो जाता है। यह विभाजन प्रकाश के तरंग दैर्ध्य (वेव लेंथ) पर निर्भर करता है। प्रत्येक रंग की तरंग दैर्ध्य अलग होती है, और इस प्रकार विभिन्न रंग उत्पन्न होते हैं।

5. रंगों का संयोजन:

विभिन्न रंग, जैसे लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी, और बैंगनी, इस तरह से संयोजित होते हैं कि वे एक क्रम में दिखाई देते हैं। यह क्रम 'विवग्योर' (VIBGYOR) के नाम से जाना जाता है।

6. दृष्टिकोण और आंतरदृष्टि:

इंद्रधनुष हमेशा एक विशिष्ट कोण पर दिखाई देता है, जो सामान्यतः 42 डिग्री होता है। यह कोण तब तय होता है जब प्रकाश बूँद में प्रवेश करता है और बाहर निकलता है।

इंद्रधनुष का पूरा वृत्त

आमतौर पर हम इंद्रधनुष का केवल आधा हिस्सा ही देखते हैं, क्योंकि आमतौर पर आकाश की सतह इंद्रधनुष के अन्य हिस्से को ढक देती है। लेकिन वास्तव में, इंद्रधनुष एक पूरा वृत्त होता है।

इंद्रधनुष के प्रकार

इंद्रधनुष की कई किस्में होती हैं, जो उनके निर्माण की परिस्थितियों और दृश्यता के आधार पर भिन्न होती हैं। आइए जानते हैं इंद्रधनुष के प्रमुख प्रकार:

1. साधारण इंद्रधनुष (Primary Rainbow)

विवरण: यह सबसे सामान्य और सबसे अधिक देखे जाने वाला इंद्रधनुष है। इसे हम सामान्यत: बारिश के बाद आकाश में देख सकते हैं।

विशेषताएँ: इसमें सात रंग होते हैं—लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी, और बैंगनी। यह रंग क्रम में होते हैं और इसमें रंगों का क्रम स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

2. उप-इंद्रधनुष (Secondary Rainbow)

विवरण: यह प्राथमिक इंद्रधनुष के ऊपर या नीचे दिखाई देता है और इसका रंग क्रम उल्टा होता है।

विशेषताएँ: इसमें प्राथमिक इंद्रधनुष की तुलना में रंग कम स्पष्ट होते हैं। यह इंद्रधनुष बूँद के अंदर दो बार परावर्तित होने के कारण बनता है। इसमें रंगों का क्रम बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, और लाल होता है।

3. डबल इंद्रधनुष (Double Rainbow)

विवरण: यह दो इंद्रधनुषों का संयोजन होता है—प्राथमिक और द्वितीयक इंद्रधनुष। इसमें पहला इंद्रधनुष रंगों की क्रमबद्धता में दिखाई देता है, और दूसरा इंद्रधनुष इसके ऊपर दिखता है।

विशेषताएँ: यह दृश्य तब उत्पन्न होता है जब सूर्य की रोशनी बारिश की बूंदों के साथ कई बार परावर्तित होती है।

4. समकोण इंद्रधनुष (Supernumerary Rainbow)

विवरण: यह प्राथमिक इंद्रधनुष के अंदर छोटे-छोटे अतिरिक्त इंद्रधनुष होते हैं।

विशेषताएँ: ये इंद्रधनुष रंगों के बाहरी किनारे पर दिखाई देते हैं और इनका रंग क्रम प्राथमिक इंद्रधनुष के समान होता है। यह तब बनता है जब पानी की बूँदें बहुत छोटी होती हैं।

5. मूर्तिक इंद्रधनुष (Fogbow)

विवरण: यह इंद्रधनुष के समान होता है, लेकिन इसका निर्माण घने कोहरे में होता है।

विशेषताएँ: इसमें रंग कम स्पष्ट होते हैं और यह सामान्यत: एक हल्के रंग की धारि के रूप में दिखाई देता है।

6. लूनर इंद्रधनुष (Moonbow)

विवरण: यह इंद्रधनुष चाँद की रोशनी से बनता है, जिसे रात के समय देखा जाता है।

विशेषताएँ: इसमें रंगों की स्पष्टता कम होती है क्योंकि चाँद की रोशनी सूर्य की रोशनी की तुलना में अधिक मंद होती है।

इन प्रकारों की पहचान और अवलोकन विभिन्न मौसम और प्रकाश स्थितियों के आधार पर हो सकती है। प्रत्येक प्रकार की इंद्रधनुष एक अद्वितीय दृश्य प्रभाव पैदा करता है और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है।

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