सरकारी साइबर सुरक्षा योजनाएं: ऑनलाइन सुरक्षा के लिए 5 महत्वपूर्ण पहल
जानिए भारत सरकार की 5 बड़ी साइबर सुरक्षा पहल, जो ऑनलाइन फ्रॉड और हैकिंग से आपकी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाती हैं।

तकनीकी Last Update Sun, 02 March 2025, Author Profile Share via
इंटरनेट की दुनिया जितनी सुविधाजनक है, उतनी ही खतरों से भरी भी है। आज हर कोई डिजिटल बैंकिंग, ऑनलाइन खरीदारी और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ऑनलाइन जानकारी कितनी सुरक्षित है?
साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं ताकि लोगों के बैंक अकाउंट, निजी डेटा और महत्वपूर्ण जानकारी को चुराया जा सके। इसी को देखते हुए भारत सरकार ने कई साइबर सुरक्षा योजनाएं लागू की हैं, जो नागरिकों और संस्थानों को साइबर खतरों से बचाने में मदद करती हैं।
आइए, जानते हैं 5 सबसे महत्वपूर्ण सरकारी साइबर सुरक्षा पहल, जो आपकी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाने में मदद करेंगी।
1️⃣ राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति (NCSP - National Cyber Security Policy)
भारत सरकार ने पहली बार 2013 में "राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति" (NCSP) को लागू किया था, जिसका उद्देश्य देश के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुरक्षित बनाना था। अब नई साइबर सुरक्षा रणनीति 2023 पर काम किया जा रहा है, जिसमें साइबर खतरों से बचाव के लिए और भी सख्त नियम जोड़े जाएंगे।
🔹 इस नीति के मुख्य उद्देश्य:
✅ साइबर अपराधों को रोकना और साइबर हमलों का जवाब देना।
✅ सरकारी और निजी संगठनों के डेटा को सुरक्षित बनाना।
✅ साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना।
🛡️ यदि कोई साइबर हमला होता है, तो सरकार की यह नीति डेटा की सुरक्षा और हमले की प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होती है।
2️⃣ इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In)
क्या आपने कभी अचानक किसी वेबसाइट को बंद होते देखा है या साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं? ऐसे मामलों में CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
📅 स्थापना: 2004 में भारत सरकार द्वारा
🎯 मकसद: साइबर हमलों की निगरानी करना और उनसे बचाव के लिए सुरक्षा उपाय लागू करना।
🔹 CERT-In के कार्य:
✔️ किसी भी बड़े साइबर हमले की तुरंत जांच करना।
✔️ सरकारी एवं निजी संगठनों को सुरक्षा उपायों की जानकारी देना।
✔️ साइबर धोखाधड़ी और हमलों से जुड़ी रिपोर्ट जारी करना।
⚠️ अगर आपको साइबर फ्रॉड की समस्या हो तो CERT-In इसकी जांच कर सकता है और सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करने की सलाह देता है।
3️⃣ साइबर स्वच्छता केंद्र (Cyber Swachhta Kendra)
💡 क्या आपने कभी सोचा है कि आपके मोबाइल या कंप्यूटर में कोई वायरस हो सकता है जो आपकी जानकारी चुरा सकता है?
इस समस्या से निपटने के लिए भारत सरकार ने "साइबर स्वच्छता केंद्र" (Cyber Swachhta Kendra) की स्थापना की है।
📅 शुरुआत: 2017 में
🎯 मकसद: नागरिकों और संगठनों को साइबर खतरों से बचाना।
🔹 इस योजना के अंतर्गत:
✔️ एंटी-मालवेयर टूल्स – आपके डिवाइस को वायरस और अन्य खतरों से बचाने के लिए।
✔️ बैंकिंग ट्रांजैक्शन की सुरक्षा – ऑनलाइन बैंकिंग को सुरक्षित रखने के लिए।
✔️ साइबर जागरूकता अभियान – लोगों को डिजिटल सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना।
🛡️ यदि आपको संदेह है कि आपके मोबाइल या कंप्यूटर में कोई वायरस है, तो "साइबर स्वच्छता केंद्र" से मुफ्त टूल डाउनलोड कर सकते हैं।
4️⃣ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (Cybercrime.gov.in)
👨💻 ऑनलाइन फ्रॉड, हैकिंग या डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं? अब आप पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं, सीधे ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं।
भारत सरकार ने "राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल" (cybercrime.gov.in) लॉन्च किया है, जहां नागरिक ऑनलाइन साइबर अपराधों की रिपोर्ट कर सकते हैं।
🔹 इस पोर्टल की खासियतें:
✔️ महिलाओं और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराधों के लिए विशेष श्रेणी।
✔️ ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी और पहचान की चोरी की शिकायत करने की सुविधा।
✔️ रजिस्ट्रेशन के बाद पुलिस कार्रवाई की स्थिति को ट्रैक करने का विकल्प।
⚠️ अगर आपको साइबर क्राइम का सामना करना पड़े तो तुरंत cybercrime.gov.in पर जाकर रिपोर्ट करें।
5️⃣ डेटा संरक्षण और निजता कानून (Digital Personal Data Protection Act, 2023)
📢 क्या आपको पता है कि आपके मोबाइल एप्लिकेशन आपकी निजी जानकारी को चुरा सकते हैं?
इसी खतरे को रोकने के लिए भारत सरकार ने "डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023" लागू किया है।
🔹 इस कानून के मुख्य प्रावधान:
✔️ कंपनियों को उपयोगकर्ताओं के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
✔️ अगर कोई कंपनी आपके डेटा का दुरुपयोग करती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
✔️ नागरिकों को अपने डेटा को मैनेज करने का अधिकार मिलेगा।
🔹 आपको क्या करना चाहिए?
✅ अपने मोबाइल एप्लिकेशन की Privacy Policy पढ़ें।
✅ केवल विश्वसनीय वेबसाइटों से ही खरीदारी करें।
✅ अगर कोई वेबसाइट या ऐप आपके डेटा का दुरुपयोग कर रहा है, तो इसकी शिकायत करें।
💡 अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत कैसे करें?
🛑 केवल सरकार की पहल ही नहीं, हमें खुद भी सतर्क रहने की जरूरत है।
✔️ मजबूत पासवर्ड बनाएं और उन्हें समय-समय पर बदलते रहें।
✔️ अज्ञात ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें।
✔️ अपने कंप्यूटर और मोबाइल को अपडेट रखें।
✔️ बैंकिंग और अन्य संवेदनशील जानकारी को केवल सुरक्षित नेटवर्क पर एक्सेस करें।
✔️ साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए cybercrime.gov.in का उपयोग करें।
🔎 निष्कर्ष
आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हमारी भी है।
सरकार की राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति, CERT-In, साइबर स्वच्छता केंद्र, राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल और डेटा संरक्षण कानून जैसी पहलें हमें सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई हैं। लेकिन इनका पूरा लाभ उठाने के लिए हमें खुद भी डिजिटल जागरूकता अपनानी होगी।
"साइबर सुरक्षा एक आदत बनाएं, ताकि डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहें!"
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