दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण: पिछले 7 दिनों का AQI विश्लेषण और स्वास्थ्य पर प्रभाव

दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें। जानें पिछले 7 दिनों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI), प्रदूषण के स्रोत, स्वास्थ्य पर प्रभाव और इससे बचने के उपाय। अपन...

दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण: पिछले 7 दिनों...
दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण: पिछले 7 दिनों...


एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक मानक है जो विभिन्न प्रदूषकों के स्तर को एक एकल संख्या में व्यक्त करता है। यह संख्या हमें बताती है कि वायु की गुणवत्ता स्वस्थ है या नहीं। AQI मान निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:

  • 0-50: अच्छा
  • 51-100: संतोषजनक
  • 101-200: अस्वास्थ्यकर (संवेदनशील समूहों के लिए)
  • 201-300: अस्वास्थ्यकर
  • 301-400: बहुत अस्वास्थ्यकर
  • 401-500: खतरनाक

दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और पिछले सात दिनों में हवा की गुणवत्ता में निरंतर गिरावट आई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार, कई दिन "बहुत खराब" श्रेणी में रहे हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि यहाँ की हवा स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो गई है।

Delhi/NCR पिछले 7 दिनों का AQI डेटा

31 अक्टूबर 2024: AQI - 321 (बहुत खराब)

30 अक्टूबर 2024: AQI - 317 (बहुत खराब)

29 अक्टूबर 2024: AQI - 295 (बहुत खराब)

28 अक्टूबर 2024: AQI - 305 (बहुत खराब)

27 अक्टूबर 2024: AQI - 290 (बहुत खराब)

26 अक्टूबर 2024: AQI - 280 (खराब)

25 अक्टूबर 2024: AQI - 270 (खराब)

प्रदूषण के स्रोत

दिल्ली का प्रदूषण कई स्रोतों से उत्पन्न होता है:

वाहन प्रदूषण: दिल्ली में ट्रैफिक की भीड़ और पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआँ मुख्य कारणों में से एक है।

निर्माण कार्य: निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल और अन्य सामग्री प्रदूषण में योगदान करती है।

कृषि में पराली जलाना: पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से निकलने वाले धुएँ का प्रभाव दिल्ली में महसूस किया जाता है।

औद्योगिकीकरण: उद्योगों से निकलने वाला धुआँ भी वायु गुणवत्ता को खराब करता है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कई स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणाम हो सकते हैं:

श्वसन संबंधी समस्याएँ: उच्च AQI स्तर के कारण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और अन्य श्वसन रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

दिल की बीमारियाँ: प्रदूषण हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।

मानसिक स्वास्थ्य: वायु प्रदूषण से मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे अवसाद और चिंता जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

त्वचा और आंखों की समस्याएँ: प्रदूषक आंखों में जलन और त्वचा संबंधी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं।

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