दरियाई घोड़ा: धरती पर चलने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्तनपायी! अनोखे और रोचक तथ्य

दरियाई घोड़ा, जिसे अक्सर "हिप्पो" के नाम से जाना जाता है, अफ्रीका की नदियों और झीलों में पाया जाने वाला एक विशाल और प्रभावशाली स्तनपायी प्राणी है. आइए, इस जलपरी से मिलते-जुलते दिख...

दरियाई घोड़ा: धरती पर चलने वाला दुनिया क...
दरियाई घोड़ा: धरती पर चलने वाला दुनिया क...


धरती पर चलने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्तनपायी

विशाल काया:

  • एक दरियाई घोड़े का वजन 3 से 4 टन तक हो सकता है और लंबाई 14 फीट तक हो सकती है.
  • नर दरियाई घोड़े मादाओं से बड़े होते हैं.
  • उनके शरीर भारी और मोटे होते हैं, लेकिन चौड़े पैरों की वजह से वे दलदली इलाकों में भी आसानी से चल पाते हैं.

जल प्रेम:

  • यद्यपि "दरियाई घोड़ा" नाम दिया गया है, ये ज्यादातर समय पानी में ही बिताते हैं.
  • दिन के समय ये नदियों और झीलों में रहना पसंद करते हैं. पानी उन्हें ठंडा रखने और धूप से बचने में मदद करता है.
  • रात के समय ये चरने के लिए बाहर निकलते हैं.

क्या खाते हैं दरियाई घोड़े:

  • दरियाई घोड़े शाकाहारी होते हैं और मुख्य रूप से घास, जलीय पौधे और फल खाते हैं.
  • रात में ये बड़ी मात्रा में भोजन (लगभग 50 किलो तक) ग्रहण कर सकते हैं.

स्वभाव:

  • दरियाई घोड़े आम तौर पर शांत स्वभाव के होते हैं, लेकिन अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए आक्रामक हो सकते हैं.
  • नर दरियाई घोड़े आपस में वर्चस्व की लड़ाई भी करते हैं, जिसमें उनके बड़े दांत अहम भूमिका निभाते हैं.

परिवारिक जीवन:

  • दरियाई घोड़े झुंड में रहते हैं, जिनमें ज्यादातर मादाएं और उनके बच्चे होते हैं.
  • एक झुंड में 20 से 40 दरियाई घोड़े हो सकते हैं.
  • मादाएं लगभग 8 महीने के गर्भधारण के बाद एक बछड़े को जन्म देती हैं.

दुर्लभ प्रजाति:

  • दुर्भाग्य से, दरियाई घोड़ों की संख्या में लगातार कमी आ रही है.
  • शिकार और उनके रहने के वातावरण में बदलाव इसके मुख्य कारण हैं.

संरक्षण के प्रयास:

  • दरियाई घोड़ों के संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें शिकार पर रोक और उनके रहने के स्थानों की सुरक्षा शामिल है.

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