बकरी: सिर्फ दूध और मांस से परे रोचक तथ्य! Amazing Facts About Goat in Hindi with FAQs

बकरी पालतू पशुओं में से एक है, जिसे सदियों से दूध, मांस, चमड़ा और खाद के लिए पाला जाता रहा है। यह कम खर्चे और कम देखभाल वाली पशु है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। आ...

बकरी: सिर्फ दूध और मांस से परे रोचक तथ्य...
बकरी: सिर्फ दूध और मांस से परे रोचक तथ्य...


बकरी की शारीरिक विशेषताएं

  • बकरी एक मध्यम आकार का, चार टांगों वाला स्तनधारी प्राणी है।
  • इनके शरीर पर छोटे, घने बाल होते हैं, जो काले, सफेद, भूरे या मिश्रित रंग के हो सकते हैं।
  • बकरियों के नुकीले सींग होते हैं, जो नर बकरों में आकार में बड़े और मादाओं में छोटे होते हैं।
  • इनके लंबे कान होते हैं, जो उन्हें आसपास की आवाज़ों को सुनने में मदद करते हैं।

बकरी की किस्में

भारत में बकरियों की कई किस्में पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख किस्में इस प्रकार हैं:

  • संभालपुरी: यह भारत की सबसे लोकप्रिय बकरी की किस्म है, जिसे मुख्य रूप से दूध उत्पादन के लिए जाना जाता है।
  • ब्लैक बंगाल: यह पूर्वी भारत में पाई जाने वाली किस्म है, जो मांस के लिए जानी जाती है।
  • बारबरी: यह एक लंबे बालों वाली किस्म है, जिसका मूल स्थान दक्षिण अफ्रीका है।
  • पंजाबी बकरी: यह उत्तर भारत में पाई जाने वाली किस्म है, जिसे दूध और मांस दोनों के लिए पाला जाता है।

बकरी के फायदे

बकरी पालने के कई फायदे हैं, जैसे:

  • दूध: बकरी का दूध गाय के दूध की तुलना में आसानी से पचता है और इसमें वसा कम होती है।
  • मांस: बकरी का मांस स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है, जिसमें प्रोटीन, आयरन और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
  • चमड़ा: बकरी का चमड़ा टिकाऊ और मजबूत होता है, जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के चमड़े के उत्पाद बनाने में किया जाता है।
  • खाद: बकरी का गोबर खेतों के लिए प्राकृतिक खाद के रूप में उपयोगी होता है।

बकरी पालने में ध्यान देने योग्य बातें

बकरी पालने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे:

  • बकरियों को साफ-सुथे वातावरण में रखना चाहिए।
  • उन्हें नियमित रूप से टीका लगवाना चाहिए।
  • उनके लिए संतुलित आहार और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करनी चाहिए।

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