मगरमच्छ: खामोश शिकारी और उसके हैरान कर देने वाले तथ्य! Crocodile Facts

मगरमच्छ पानी में छिपा खतरनाक शिकारी है, जिसकी आँखें अंधेरे में भी देखती हैं और जबड़े बिजली की गति से शिकार पकड़ते हैं। जानिए रोचक तथ्य।

मगरमच्छ: खामोश शिकारी और उसके हैरान कर देने वाले तथ्य! Crocodile Facts

मगरमच्छ अनोखे और रोचक तथ्य

1. प्राचीन इतिहास:

मगरमच्छ 200 मिलियन वर्ष से भी ज्यादा पुराने जीव हैं. ये डायनासोरों के समकालीन माने जाते हैं. उनका जीवाश्म अवशेष इस बात का प्रमाण है कि वह समय के साथ बहुत कम बदले हैं.

2. विभिन्न आकार और प्रकार:

मगरमच्छ कई आकार और प्रकार के होते हैं. उनमें से खारे पानी का मगरमच्छ सबसे बड़ा होता है, जिसकी लंबाई 23 फीट तक हो सकती है. वहीं, घड़ियाल नामक मगरमच्छ अपनी लंबी और पतली थूथन के लिए जाना जाता है. विश्व में कुल 23 प्रकार के मगरमच्छ पाए जाते हैं.

3. शिकार करने की खास तकनीक:

मगरमच्छ पानी में घात लगाकर शिकार करते हैं. वे अपने शिकार को आने का इंतजार करते हैं और फिर अचानक तेजी से हमलाकर उन पर झपट्ट लेते हैं. उनके जबड़े इतने ताकतवर होते हैं कि वे हड्डियों को भी चटका सकते हैं.

4. संवेदनाओं का अनोखा मिश्रण:

मगरमच्छ की सुनाई और सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है. पानी की कंपन के जरिए भी वे अपने शिकार का पता लगा सकते हैं. हालांकि, उनकी आंखों की रोशनी कुछ खास अच्छी नहीं होती है. ज्यादातर वे शिकार को देखने के बजाय उसकी गंध या पानी में पैदा होने वाली हलचल के आधार पर ही अपना शिकार चुनते हैं.

5. कवच का कहर:

मगरमच्छ की त्वचा बहुत मोटी और कठोर होती है, जिसे कवच के मानिंद जाना जाता है. यह कवच उन्हें शिकारियों के हमले से बचाता है.

6. मगरमच्छ माता का ममत्व:

यह जानकर आपको शायद हैरानी होगी कि मगरमच्छ माताएं अपने बच्चों की अच्छी देखभाल करती हैं. वे अपने अंडों की रखवाली करती हैं और बच्चों के बहुत छोटे होने तक उनकी देखभाल करती हैं.

7. संघर्षरत अस्तित्व:

दुर्भाग्य से, आज मगरमच्छों का अस्तित्व खतरे में है. शिकार और उनके रहने के वातावरण में बदलाव इसके मुख्य कारण हैं. इनके संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं.

8. मगरमच्छों से जुड़े मिथक:

मगरमच्छों से जुड़े कई मिथक और कहानियां प्रचलित हैं. कुछ संस्कृतियों में उन्हें पवित्र माना जाता है, तो वहीं कुछ जगहों पर उन्हें खतरनाक जीव माना जाता है.

मगरमच्छों के दांतों से लेकर आंसुओं तक: रोचक तथ्य

पानी की सतह पर शांत से तैरती हुई आंखें और बिजली की तरह तेज हमला करने वाला जबड़ा - दुनिया भर के दलदलों, नदियों और नमकीन पानी में पाए जाने वाले मगरमच्छ सदियों से मनुष्यों के लिए रहस्य और रोमांच का विषय रहे हैं. आज हम इन भयंकर शिकारियों के बारे में कुछ अनोखे और रोचक तथ्य जानेंगे:

आँसू : यह सुनकर आपको शायद आश्चर्य होगा, लेकिन मगरमच्छ भी रोते हैं! हालांकि, ये असल में आंसू नहीं होते, बल्कि अतिरिक्त नमक को बाहर निकालने का एक तरीका है. उनके आहार में मौजूद नमक को उनकी आंखों के पास एक विशेष ग्रंथि छानती है और अतिरिक्त नमक को इन "आँसुओं" के जरिए बाहर निकाला जाता है.

हत्यार मुस्कान: जब मगरमच्छ मुंह खोलकर धूप सेंकते हैं तो यह किसी खतरनाक मुस्कान की तरह दिखाई देता है, लेकिन असल में वे ऐसा अपने शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए करते हैं. उनकी त्वचा के नीचे वसा की मात्रा कम होती है, इसलिए सूर्य की गर्मी को सोखने के लिए वे अपना मुंह खोल लेते हैं.

जन्मजात शिकारी: मगरमच्छ जन्म से ही शिकार करने के लिए तैयार होते हैं. उनके अंडों के अंदर ही शिशु दांत निकल आते हैं, जो अंडे के कोटर को तोड़ने में उनकी मदद करते हैं. जन्म लेते ही वे अपना पहला शिकार ढूंढना शुरू कर देते हैं.

अपने दांतों को बार-बार बदलते रहना: मगरमच्छों के एक जीवनकाल में उनके दांत लगभग 3,000 बार बदले जा सकते हैं! जब उनका एक दांत टूट जाता है, तो उसके नीचे से एक नया दांत निकल आता है. यह प्रक्रिया उनके पूरे जीवन भर चलती रहती है.

चुपके से संवाद: पानी के अंदर संवाद के लिए मगरमच्छ इन्फ्रासाउंड (Infrasound) तरंगों का इस्तेमाल करते हैं. ये ध्वनि तरंगें इतनी कम होती हैं कि हम इन्हें सुन नहीं सकते. इन तरंगों के माध्यम से वे एक दूसरे से क्षेत्र की रक्षा, संभोग और शिकार की जानकारी देते हैं.

खाने को बिना चबाए निगल जाना: दांत होने के बावजूद मगरमच्छ अपने शिकार को चबाते नहीं हैं. वे उन्हें दबोचकर सीधे पूरा निगल जाते हैं. उनके पेट में मौजूद तेजाबी रसायन और पत्थर भोजन को पचाने में मदद करते हैं.

माँ का प्यार: भयंकर शिकारी होने के बावजूद मगरमच्छ माताएं अपने बच्चों की देखभाल करती हैं. वे अंडों को दबाकर उन्हें गर्म रखती हैं और शिकारियों से बचाती हैं. जब बच्चे बड़े हो जाते हैं, तब मादा उन्हें शिकार करने का हुनर भी सिखाती हैं.

खारे पानी का सफर: कुछ प्रजाति के मगरमच्छ खारे पानी में रह सकते हैं. इनमें से सबसे खतरनाक खारे पानी का मगरमच्छ (Saltwater Crocodile) है, जो समुद्र में भी पाया जा सकता है. ये लंबी दूरी तक तैरने में सक्षम होते हैं और कभी-कभी मीठे पानी के स्रोतों तक भी पहुंच जाते हैं.

Frequently Asked Questions

मगरमच्छ एक बड़ा और मांसाहारी जलचर सरीसृप है जो नदियों, झीलों और दलदली क्षेत्रों में पाया जाता है, विशेष रूप से अफ्रीका, एशिया, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में।

मगरमच्छ का थूथन चौड़ा और घड़ियाल का लंबा और पतला होता है। घड़ियाल की नाक आगे से उभरी होती है, जबकि मगरमच्छ की नहीं।

मगरमच्छ औसतन 50 से 70 वर्ष तक जीवित रह सकता है, लेकिन कुछ प्रजातियाँ 100 वर्ष तक भी जी सकती हैं।

हाँ, मगरमच्छ आमतौर पर शिकार को काटता नहीं, बल्कि पूरा निगल जाता है या टुकड़े करके खाता है। इसके जबड़े बहुत शक्तिशाली होते हैं।

हाँ, मगरमच्छ आक्रामक हो सकता है और विशेष रूप से यदि वह खतरा महसूस करे, तो इंसानों पर हमला कर सकता है। यह अधिकांशतः जल के पास होता है।

मगरमच्छ पानी में तेज तैर सकते हैं (लगभग 25–30 किमी/घंटा) और ज़मीन पर भी कुछ दूरी तक 17–20 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।

मगरमच्छ फेफड़ों से सांस लेता है और पानी के नीचे लगभग 15–30 मिनट तक सांस रोके रह सकता है, लेकिन उसे अंततः सतह पर आना ही पड़ता है।

हाँ, मगरमच्छ की आँखें रात में देखने के लिए अनुकूलित होती हैं, जिससे वह अंधेरे में भी शिकार कर सकता है।

मादा मगरमच्छ एक बार में 20 से 80 तक अंडे देती है, और यह अंडे रेत में दबा कर सुरक्षित रखती है। बच्चों के जन्म के समय मादा उन्हें सुरक्षा देती है।

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