क्या ज्यादा प्रोटीन खाना किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है?
आजकल हाई प्रोटीन डाइट फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल का सबसे बड़ा ट्रेंड बन चुकी है। चाहे मसल्स बनाने की चाह हो या वजन कम करने की कोशिश, हर कोई प्रोटीन शेक्स, अंडे, चिकन, पनीर और सप्लीमेंट्स की ओर तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन इसके साथ ही एक बड़ा सवाल भी लोगों के मन में बार-बार उठता है — क्या ज्यादा प्रोटीन हमारी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है?
इस सवाल का जवाब समझने के लिए हमें प्रोटीन, किडनी और दोनों के बीच संबंध को गहराई से जानना होगा। आइए इस विस्तृत गाइड में स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं।
प्रोटीन क्या है और इसकी भूमिका
प्रोटीन हमारे शरीर का बेसिक बिल्डिंग ब्लॉक है। यह अमीनो एसिड से बना होता है और हमारे शरीर के लगभग हर हिस्से में इसकी भूमिका होती है:
- मसल्स और टिश्यू रिपेयर: वर्कआउट के बाद प्रोटीन मसल्स रिकवरी में मदद करता है।
- एंजाइम और हार्मोन: कई हार्मोन और एंजाइम प्रोटीन बेस्ड होते हैं।
- इम्यूनिटी: एंटीबॉडी बनाने में प्रोटीन अहम है।
- बाल, त्वचा और नाखून: इनकी संरचना में भी प्रोटीन का योगदान है।
यानी बिना प्रोटीन शरीर की कल्पना अधूरी है। लेकिन हर चीज की एक सीमा होती है और प्रोटीन भी इसका अपवाद नहीं है।
शरीर को कितनी प्रोटीन की जरूरत है?
हर इंसान की प्रोटीन की जरूरत उसकी उम्र, वजन, एक्टिविटी लेवल और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।
- सामान्य वयस्क: 0.8 ग्राम प्रति किलो बॉडी वेट
- एथलीट/जिम जाने वाले: 1.2–2 ग्राम प्रति किलो बॉडी वेट
- बॉडीबिल्डर्स (इंटेंस ट्रेनिंग): 2–2.5 ग्राम प्रति किलो बॉडी वेट (सीमित समय के लिए)
उदाहरण के लिए, 70 किलो वजन वाले सामान्य व्यक्ति को केवल 55–60 ग्राम प्रोटीन रोजाना चाहिए। लेकिन वही व्यक्ति अगर एथलीट है तो उसकी जरूरत 100–140 ग्राम तक हो सकती है।
किडनी और प्रोटीन का कनेक्शन
हमारी किडनी एक फिल्टर की तरह काम करती है। यह खून से वेस्ट और अतिरिक्त तत्वों को निकालकर पेशाब के जरिए बाहर करती है। जब हम प्रोटीन खाते हैं तो उसके मेटाबॉलिज्म से नाइट्रोजन वेस्ट बनता है, जिसे बाहर निकालना जरूरी है।
अगर कोई व्यक्ति लगातार जरूरत से ज्यादा प्रोटीन खाता है, तो किडनी को उस वेस्ट को निकालने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। यही कारण है कि एक्सपर्ट्स बार-बार चेतावनी देते हैं।
क्या ज्यादा प्रोटीन से किडनी खराब हो सकती है?
यह सबसे बड़ा सवाल है। रिसर्च कहती है:
- स्वस्थ लोगों में जरूरत से थोड़ा ज्यादा प्रोटीन तुरंत किडनी को नुकसान नहीं पहुंचाता।
- लेकिन किडनी डिजीज वाले लोगों के लिए हाई प्रोटीन डाइट बेहद खतरनाक हो सकती है।
- लंबे समय तक जरूरत से ज्यादा प्रोटीन खाने से किडनी की फिल्ट्रेशन क्षमता (GFR) पर असर पड़ सकता है।
वैज्ञानिक रिसर्च और स्टडीज
1. 2018 की रिसर्च
जिन लोगों ने लगातार 2–3 ग्राम प्रति किलो वजन प्रोटीन लिया, उनमें किडनी पर अधिक दबाव देखा गया।
2. 2020 का मेडिकल रिव्यू
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के मुताबिक, स्वस्थ व्यक्तियों में हाई प्रोटीन डाइट का सीधा नुकसान नहीं होता, लेकिन यह किडनी की कार्यक्षमता को धीरे-धीरे प्रभावित कर सकता है।
3. WHO की सिफारिश
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि लंबे समय तक जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन किडनी पर बोझ बढ़ा सकता है।
ज्यादा प्रोटीन खाने के नुकसान
- किडनी पर दबाव: लगातार ओवरलोडिंग से किडनी डैमेज का रिस्क।
- डिहाइड्रेशन: नाइट्रोजन वेस्ट निकालने के लिए ज्यादा पानी चाहिए होता है।
- कैल्शियम लॉस: हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा।
- पाचन समस्याएं: कब्ज, गैस, एसिडिटी।
- वजन बढ़ना: जरूरत से ज्यादा कैलोरी फैट में बदल जाती है।
- हार्ट हेल्थ पर असर: ज्यादा रेड मीट से कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज का खतरा।
कौन लोग ज्यादा सावधान रहें?
- किडनी डिजीज वाले मरीज
- डायबिटीज और हाई BP के रोगी
- गर्भवती महिलाएं (डॉक्टर की सलाह जरूरी)
- परिवार में किडनी रोग का इतिहास रखने वाले लोग
हाई प्रोटीन डाइट से जुड़े मिथक और सच्चाई
- मिथक: ज्यादा प्रोटीन से हर किसी की किडनी खराब हो जाती है।
सच्चाई: केवल किडनी मरीजों को खतरा ज्यादा है। - मिथक: प्रोटीन सप्लीमेंट्स हमेशा नुकसान करते हैं।
सच्चाई: केवल जरूरत से ज्यादा लेने पर ही नुकसान होता है। - मिथक: मसल्स बनाने के लिए जितना ज्यादा प्रोटीन उतना अच्छा।
सच्चाई:शरीर जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का इस्तेमाल नहीं कर पाता।
प्रोटीन लेने का सही तरीका
- प्राकृतिक स्रोत: दाल, अंडा, दूध, मछली, नट्स, बीन्स।
- सप्लीमेंट्स: केवल तभी जब डाइट से जरूरत पूरी न हो।
- पानी: रोज कम से कम 3–4 लीटर ताकि किडनी पर दबाव कम हो।
- बैलेंस्ड डाइट: 50% कार्ब्स, 25% प्रोटीन, 25% हेल्दी फैट।
दैनिक जीवन में प्रोटीन का उदाहरण
मान लीजिए कोई व्यक्ति 70 किलो का है और उसे 60 ग्राम प्रोटीन चाहिए। यह डाइट इस तरह हो सकती है:
- नाश्ता: 2 उबले अंडे (12g), एक गिलास दूध (8g)
- लंच: एक कटोरी दाल (15g), 100g पनीर (18g)
- डिनर: 100g चिकन ब्रेस्ट (25g), सलाद
कुल ~78 ग्राम प्रोटीन (जो उसकी जरूरत को पूरा करता है)।
स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक्सपर्ट टिप्स
- हर 6 महीने में किडनी फंक्शन टेस्ट करवाएं।
- जरूरत से ज्यादा सप्लीमेंट्स से बचें।
- पानी की मात्रा हमेशा पर्याप्त रखें।
- डॉक्टर/न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह के बिना हाई प्रोटीन डाइट न लें।

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