रिंकू सिंह के बारे में यह जानकारी, अक्सर पूछे जाने वाले सवालों (FAQs) का जवाब देती है और उनकी क्रिकेट यात्रा की संक्षिप्त जानकारी देती है. यह पाठक को उनकी जन्मतिथि, घरेलू टीम, खेलने की शैली और अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण के बारे में बताता है. साथ ही, इसमें उनके निलंबन का भी जिक्र है.
जीवनी By Tathya Tarang, Last Update Tue, 23 July 2024, Share via
रिंकू सिंह: जमीन से जुड़ाव और क्रिकेट का जुनून
रिंकू सिंह (जन्म 12 अक्टूबर 1997) की कहानी विपरीत परिस्थितियों में भी प्रतिभा और लगन के बल पर सफलता पाने की कहानी है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से ताल्लुक रखने वाले रिंकू पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। उनके पिता खानचंद्र सिंह एक एलपीजी गैस वितरण कंपनी में काम करते थे। आर्थिक तंगी के बावजूद, रिंकू को क्रिकेट का जुनून था। उनके पिताजी जिस कंपनी में काम करते थे, वहीं रहने की जगह मिली हुई थी। उसी जगह के पास बने अलीगढ़ स्टेडियम में रिंकू ने अपने क्रिकेट कौशल को निखारा।
प्रारंभिक करियर और घरेलू क्रिकेट में सफलता
युवा स्तर पर रिंकू की प्रतिभा खूब चमकी। उन्होंने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर वह सीनियर टीम में भी शामिल हो गए। मार्च 2014 में लिस्ट ए क्रिकेट में पदार्पण करते हुए वह अपने पहले ही मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। इसके बाद उसी महीने उन्होंने टी20 में और फिर 2016 में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। अपने शुरुआती लिस्ट ए मैचों में चार अर्धशतक सहित लगातार रन बनाकर उन्होंने उभरते हुए सितारे के रूप में अपनी पहचान बनाई।
आईपीएल का सपना
घरेलू क्रिकेट में रिंकू के कारनामों ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का ध्यान अपनी ओर खींचा। 2017 में पंजाब किंग्स की फ्रेंचाइजी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया, हालांकि उन्हें उस सीजन में खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन 2018 में उनका दृढ़ संकल्प रंग लाया। एक मैच के दौरान मात्र 31 गेंदों में 91 रनों की धमाकेदार पारी ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को प्रभावित किया। केकेआर ने उन्हें 2018 सीजन के लिए अपनी टीम में शामिल किया, जो उनकी प्रतिभा पर विश्वास का प्रतीक था।
अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण और प्रगति
घरेलू क्रिकेट में निरंतर प्रदर्शन और आईपीएल में उपस्थिति ने रिंकू को राष्ट्रीय टीम के लिए दावेदार बनाए रखा। आखिरकार, अगस्त 2023 में उनका सपना पूरा हुआ, जब उन्हें आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टी20 टीम में शामिल किया गया और उन्होंने अपना अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया। इसके बाद दिसंबर 2023 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने वनडे मैचों में भी पदार्पण किया।
खेलने की शैली और भविष्य की संभावनाएं
बाएं हाथ के मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज के रूप में पहचाने जाने वाले रिंकू पार्ट-टाइम दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज भी हैं। उनकी फील्डिंग, खासकर उनका कैच लपकना, उनकी उपयोगिता को और बढ़ा देता है। वर्तमान में आईपीएल में केकेआर के लिए खेल रहे रिंकू को भारतीय टी20 टीम में फिनिशर की भूमिका के लिए एक मजबूत दावेदार माना जाता है, खासकर आगामी आईसीसी टी20 विश्व कप को देखते हुए।
स्टेडियम के पास दो कमरों वाले क्वार्टर से अंतर्राष्ट्रीय मंच तक का रिंकू सिंह का सफर हर जगह महत्वाकांक्षी क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा है। उनका समर्पण और प्रतिभा उन्हें आगे बढ़ाती रहती है, जो उन्हें आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाती है।
रिंकू सिंह के बारे में कुछ अनजाने तथ्य, जो शायद आप नहीं जानते हैं:
आर्थिक चुनौतियां और क्रिकेट का जुनून: रिंकू का परिवार आर्थिक तंगी से जूझता था. उनके कोच ने न सिर्फ उन्हें क्रिकेट की ट्रेनिंग दी बल्कि खेल कोटे के ज़रिए उन्हें एक अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई [हिंदी स्रोत]. यह इस बात का संकेत देता है कि उनके आसपास मजबूत समर्थन प्रणाली थी जिसने चुनौतियों से पार पाने में उनकी मदद की।
पढ़ाई में अड़चनें: हालांकि खेल कोटे की मदद से उन्हें एक अच्छे स्कूल में दाखिला मिल गया था, लेकिन हो सकता है कि पढ़ाई उनका मजबूत पक्ष न रही हो. कुछ स्रोतों का जिक्र है कि वह नौवीं कक्षा में फेल हो गए थे. यह इस बात को रेखांकित करता है कि तमाम मुश्किलों के बावजूद उनका ध्यान हमेशा क्रिकेट पर ही रहा.
फर्श साफ करने से लेकर गेंदबाजों को साफ सुधरा करने तक का सफर: यह कोई सटीक तथ्य नहीं है, लेकिन यह रिंकू सिंह के जज्बे को बयां करता है. क्रिकेट में सफलता मिलने से पहले शायद उन्हें अपने परिवार का सहारा बनने के लिए कुछ काम करने पड़े होंगे.
आईपीएल में दृढ़ निश्चय: हालांकि शुरुआत में पंजाब किंग्स ने उन्हें खरीदा था, लेकिन असल पहचान उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के साथ मिली. एक खास प्रदर्शन के बाद उनकी प्रतिभा को पहचाना गया. इससे पता चलता है कि उनकी लगातार कड़ी मेहनत रंग लाई.
ये तथ्य रिंकू सिंह के दृढ़ निश्चय और क्रिकेट की ऊंचाइयों को छूने के लिए उनके द्वारा झेली गई चुनौतियों की झलक दिखाते हैं. जैसे-जैसे उनका करियर आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे उनके बारे में और भी अनजाने तथ्य सामने आ सकते हैं, लेकिन उनकी कहानी पहले से ही प्रेरणादायक है.
रिंकू सिंह के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. रिंकू सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
रिंकू सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हुआ था।
2. रिंकू सिंह किस टीम के लिए खेलते हैं?
वर्तमान में, रिंकू सिंह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) का प्रतिनिधित्व करते हैं।
3. रिंकू सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कब पदार्पण किया?
अगस्त 2023 में आयरलैंड के खिलाफ टी20 मैच में रिंकू सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
4. घरेलू क्रिकेट में रिंकू सिंह किस राज्य की तरफ से खेलते हैं?
रिंकू सिंह घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलते हैं।
5. रिंकू सिंह एक कैसे बल्लेबाज हैं?
रिंकू सिंह बाएं हाथ के मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं।
6. क्या रिंकू सिंह गेंदबाजी भी करते हैं?
जी हां, रिंकू सिंह पार्ट-टाइम दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज भी हैं।
7. रिंकू सिंह क्रिकेट खेलने के लिए कैसे प्रेरित हुए?
बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का शौक था। हालांकि, उनके परिवार की आर्थिक स्थिति उनके लिए क्रिकेट अकादमी या कोचिंग लेना मुश्किल बनाती थी। फिर भी, उन्होंने अपने जुनून को बनाए रखा और स्थानीय मैदानों पर अभ्यास करते रहे।
8. क्या रिंकू सिंह ने कभी किसी विवाद का सामना किया है?
जी हां, मई 2019 में बीसीसीआई के नियमों का उल्लंघन करने के कारण उन्हें तीन महीने का निलंबन झेलना पड़ा था। उन्होंने बिना अनुमति के विदेश में एक टूर्नामेंट में भाग लिया था।
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