ओरफ़िश (Oarfish): Doomsday Fish समुद्र की रहस्यमयी मछली | रोचक तथ्य और अनसुनी बातें

ओरफ़िश (Oarfish) समुद्र की सबसे लंबी हड्डीदार मछली है, जिसे समुद्री राक्षस और भूकंप मछली भी कहा जाता है। जानें इसके रोचक तथ्य, रहस्यमयी जीवन और इससे जुड़े मिथक इस विस्तृत ब्लॉग में...

ओरफ़िश (Oarfish): Doomsday Fish समुद्र क...
ओरफ़िश (Oarfish): Doomsday Fish समुद्र क...


ओरफ़िश (Oarfish) समुद्र में पाई जाने वाली सबसे लंबी हड्डीदार मछली है। यह मछली अपने रिबन जैसी लंबी बनावट, चमकदार चांदी जैसे शरीर और रहस्यमयी उपस्थिति के कारण दुनिया भर के समुद्री जीव विज्ञानियों और उत्साही लोगों के लिए अत्यधिक रोचक विषय रही है। ओरफ़िश आमतौर पर समुद्र की गहराइयों में रहती है, लेकिन कभी-कभी इसे सतह पर आते हुए देखा जाता है, जिससे कई लोककथाओं और मिथकों ने जन्म लिया है।

1. ओरफ़िश का वैज्ञानिक परिचय

वैज्ञानिक नाम: Regalecus glesne

परिवार: Regalecidae

श्रेणी: Actinopterygii (रे फिन्ड फिश)

आवास: महासागरों की गहराइयाँ (200 से 1000 मीटर की गहराई में)

आहार: प्लवक, क्रिल, छोटे समुद्री जीव

विशेषता: दुनिया की सबसे लंबी हड्डीदार मछली

2. ओरफ़िश का आकार और संरचना

ओरफ़िश को दुनिया की सबसे लंबी हड्डीदार मछली कहा जाता है, क्योंकि इसकी लंबाई 56 फीट (17 मीटर) तक हो सकती है।

इसका शरीर पतला, लहरदार और रिबन जैसी बनावट का होता है, जिससे यह समुद्र में अत्यधिक अलग दिखती है।

इसकी त्वचा चमकदार चांदी जैसी होती है और सिर से पूंछ तक हल्के गुलाबी-लाल पंख होते हैं।

इसकी कोई वास्तविक पंख नहीं होते, बल्कि यह अपने सिर के ऊपरी हिस्से से लाल-नारंगी रंग के क्रेस्ट (कलगी जैसे पंख) को हिलाकर तैरती है।

3. ओरफ़िश का आवास और रहन-सहन

यह मछली मुख्य रूप से गहरे समुद्र में पाई जाती है, आमतौर पर 660 से 3,280 फीट (200 से 1000 मीटर) की गहराई पर।

चूंकि यह गहरे पानी में रहती है, इसलिए इसे सतह पर बहुत कम देखा जाता है।

जब ओरफ़िश बीमार हो जाती है या मरने वाली होती है, तब वह सतह के पास आ जाती है और कई बार समुद्र तट पर बहकर आ जाती है।

4. ओरफ़िश का आहार और स्वभाव

इसके विशाल आकार के बावजूद, ओरफ़िश शांत और हानिरहित होती है।

यह मुख्य रूप से प्लवक, छोटे समुद्री जीव, क्रिल और झींगा मछलियों पर निर्भर रहती है।

ओरफ़िश अपने शरीर को सीधा रखते हुए ऊर्ध्वाधर स्थिति (vertical position) में तैरती है, जिससे यह गहराइयों में आसानी से भोजन ढूंढ सकती है।

चर्चा में