पूरक आहार की भूमिका: स्वास्थ्य के लिए आवश्यक या अनावश्यक? The Role of Supplements in Life
पूरक आहार (Supplements): सप्लीमेंट्स आज पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने का लोकप्रिय तरीका हैं, लेकिन क्या ये शरीर के लिए आवश्यक हैं? इस लेख में हम जानेंगे सप्लीमेंट्स के फायदे, सावधानियां, और क्या ये संतुलित आहार का विकल्प हो सकते हैं।
स्वस्थ जीवन By Tathya Tarang, Last Update Mon, 14 October 2024, Share via
पूरक आहार (Supplements) का महत्व
आज की व्यस्त जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण हमारे शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति में कमी हो सकती है। ऐसे में पूरक आहार, यानी सप्लीमेंट्स, हमारे शरीर के लिए आवश्यक विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
1. पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना
सप्लीमेंट्स का सबसे बड़ा लाभ यह है कि ये शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। अगर किसी के आहार में विटामिन D, विटामिन B12 या आयरन की कमी है, तो सप्लीमेंट्स उसे पूरा कर सकते हैं।
2. रोगों से बचाव
कुछ पूरक आहार, जैसे कि विटामिन C और जिंक, हमारी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे सर्दी-खांसी और अन्य सामान्य संक्रमणों से बचा जा सकता है। कैल्शियम और विटामिन D हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
3. विशेष शारीरिक जरूरतों के लिए
कई बार गर्भवती महिलाएं, वृद्ध लोग या कुछ विशेष परिस्थितियों में लोग, जैसे एथलीट्स या बॉडीबिल्डर्स, को सामान्य आहार से अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में सप्लीमेंट्स उनकी विशेष जरूरतों को पूरा करते हैं।
4. ऊर्जा बढ़ाने में सहायक
सप्लीमेंट्स, जैसे कि विटामिन B कॉम्प्लेक्स, हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं, जिससे हम दिनभर ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।
5. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
कुछ पूरक, जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये तनाव और अवसाद को कम करने में भी सहायक होते हैं।
6. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और मैग्नीशियम जैसे सप्लीमेंट्स हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और दिल की बीमारियों से बचाते हैं।
7. शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
सप्लीमेंट्स का नियमित सेवन शरीर के अंगों के सही क्रियान्वयन में मदद करता है। जैसे कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
8. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
बायोटिन, विटामिन E और कोलेजन जैसे सप्लीमेंट्स त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
हालांकि पूरक आहार शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में सहायक होते हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए। केवल सप्लीमेंट्स पर निर्भर रहना और संतुलित आहार को नजरअंदाज करना सही नहीं है। संतुलित आहार के साथ सही सप्लीमेंट्स लेने से हम स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर जीवन जी सकते हैं।
विशिष्ट प्रकार के पूरक आहार (सप्लीमेंट्स)
आधुनिक जीवनशैली में शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के पूरक आहार (सप्लीमेंट्स) उपलब्ध हैं। ये सप्लीमेंट्स विभिन्न पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। यहां कुछ प्रमुख प्रकार के सप्लीमेंट्स की जानकारी दी गई है:
1. विटामिन सप्लीमेंट्स (Vitamin Supplements)
विटामिन शरीर के सही कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं। जब भोजन से पर्याप्त विटामिन नहीं मिल पाते, तब विटामिन सप्लीमेंट्स उपयोगी होते हैं।
विटामिन D: हड्डियों को मजबूत बनाने और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में सहायक।
विटामिन C: एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
विटामिन B12: शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और नर्वस सिस्टम के लिए आवश्यक।
2. मिनरल सप्लीमेंट्स (Mineral Supplements)
मिनरल्स शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित करते हैं। कई बार आहार से पर्याप्त मिनरल्स नहीं मिलते, तब सप्लीमेंट्स की आवश्यकता होती है।
कैल्शियम: हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
मैग्नीशियम: मांसपेशियों और नर्व्स को सही ढंग से कार्य करने में सहायक।
आयरन: हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है और रक्त में ऑक्सीजन का सही प्रवाह सुनिश्चित करता है।
3. प्रोटीन सप्लीमेंट्स (Protein Supplements)
प्रोटीन मांसपेशियों के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक होते हैं। वे विशेष रूप से एथलीट्स, बॉडीबिल्डर्स, या जिनकी प्रोटीन की उच्च आवश्यकता होती है, उनके लिए फायदेमंद होते हैं।
व्हे प्रोटीन (Whey Protein): जल्दी पचने वाला प्रोटीन, जो मांसपेशियों के निर्माण के लिए आदर्श है।
सोया प्रोटीन (Soy Protein): शाकाहारी लोगों के लिए अच्छा विकल्प।
कैसिन प्रोटीन (Casein Protein): धीरे-धीरे पचने वाला प्रोटीन, जो रात के समय मांसपेशियों को पोषण देने में सहायक है।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (Omega-3 Fatty Acids)
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मस्तिष्क के कार्यों और हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। ये सामान्यतः मछली के तेल या फ्लैक्ससीड से प्राप्त होते हैं।
फिश ऑयल (Fish Oil): हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने और सूजन कम करने में सहायक।
फ्लैक्ससीड ऑयल (Flaxseed Oil): शाकाहारी ओमेगा-3 का स्रोत, जो हृदय और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है।
5. फाइबर सप्लीमेंट्स (Fiber Supplements)
फाइबर पाचन तंत्र के सही ढंग से कार्य करने के लिए आवश्यक होता है। फाइबर सप्लीमेंट्स उन लोगों के लिए होते हैं, जिनका आहार फाइबर में कम होता है।
साइलियम हस्क (Psyllium Husk): पाचन में मदद करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
मिथाइलसेल्युलोज (Methylcellulose): पानी में घुलने वाला फाइबर, जो पाचन तंत्र को साफ रखने में मदद करता है।
6. एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स (Antioxidant Supplements)
एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये कोशिकाओं की सुरक्षा और उम्र बढ़ने के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।
कोएंजाइम Q10 (Coenzyme Q10): ऊर्जा उत्पादन और कोशिकाओं की सुरक्षा के लिए उपयोगी।
रेस्वेराट्रॉल (Resveratrol): हृदय और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद, यह रेड वाइन और अंगूरों में पाया जाता है।
7. हर्बल सप्लीमेंट्स (Herbal Supplements)
हर्बल सप्लीमेंट्स प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से तैयार किए जाते हैं और शरीर को विभिन्न प्रकार से लाभ पहुंचाते हैं।
अश्वगंधा: तनाव कम करने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोगी।
हल्दी: सूजन कम करने और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए प्रसिद्ध।
गिन्सेंग (Ginseng): ऊर्जा और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाने में सहायक।
8. अमीनो एसिड सप्लीमेंट्स (Amino Acid Supplements)
अमीनो एसिड प्रोटीन के घटक होते हैं और मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करते हैं।
बीसीएए (BCAA - Branched-Chain Amino Acids): मांसपेशियों को नुकसान से बचाने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए।
एल-ग्लूटामिन (L-Glutamine): मांसपेशियों की मरम्मत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक।
9. प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स (Probiotic Supplements)
प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus): आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पाचन में सुधार करता है।
बिफीडोबैक्टीरियम (Bifidobacterium): आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाकर पाचन और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
प्रत्येक सप्लीमेंट्स का अपना विशेष लाभ है और इन्हें शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार चुना जाना चाहिए। हालांकि, किसी भी सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है ताकि आपके शरीर को सही मात्रा में आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
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पूरक आहार (सप्लीमेंट्स) का उपयोग और सावधानियां
पूरक आहार का उपयोग शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है। हालांकि, सप्लीमेंट्स का सही और सुरक्षित उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अनियंत्रित या अधिक मात्रा में सेवन से हानिकारक प्रभाव भी हो सकते हैं। यहां पूरक आहार के उपयोग से जुड़ी मुख्य बातें और सावधानियों की जानकारी दी जा रही है:
1. संतुलित आहार के साथ उपयोग
पूरक आहार को संतुलित आहार का विकल्प नहीं माना जा सकता। ये केवल पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने का साधन हैं। सबसे पहले, संतुलित और पोषण से भरपूर आहार लेना आवश्यक है, और जहां आवश्यक हो, वहां सप्लीमेंट्स को शामिल करना चाहिए।
2. डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह
सप्लीमेंट्स का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना आवश्यक है। हर व्यक्ति के शरीर की जरूरतें अलग होती हैं, और विशेषज्ञ सही मात्रा और प्रकार के सप्लीमेंट्स की सलाह दे सकते हैं। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, वृद्ध व्यक्तियों, और बीमारियों से ग्रस्त लोगों को बिना सलाह के सप्लीमेंट्स नहीं लेना चाहिए।
3. अधिक मात्रा में सेवन से बचें
कुछ सप्लीमेंट्स की अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। जैसे:
विटामिन A की अधिक मात्रा लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है।
आयरन की अधिक मात्रा पेट में दर्द और कब्ज का कारण बन सकती है।
विटामिन D की अधिकता से शरीर में कैल्शियम का स्तर बहुत बढ़ सकता है, जिससे किडनी को नुकसान हो सकता है।
4. गुणवत्ता और ब्रांड का चयन
बाजार में कई प्रकार के सप्लीमेंट्स उपलब्ध हैं, लेकिन सभी की गुणवत्ता एक जैसी नहीं होती। हमेशा मान्यता प्राप्त और भरोसेमंद ब्रांड से ही सप्लीमेंट्स खरीदें। इसके अलावा, उत्पाद की शुद्धता और सामग्री की जांच करना भी आवश्यक है। कुछ उत्पादों में हानिकारक रसायन या मिलावट हो सकती है, इसलिए भरोसेमंद स्रोत से ही सप्लीमेंट्स लें।
5. समय और मात्रा का ध्यान रखें
सप्लीमेंट्स का सही समय पर और सही मात्रा में सेवन महत्वपूर्ण है। जैसे:
कैल्शियम सप्लीमेंट्स को भोजन के साथ लेना बेहतर होता है, क्योंकि इससे इसका अवशोषण बेहतर होता है।
आयरन सप्लीमेंट्स को खाली पेट लेना अधिक प्रभावी होता है, लेकिन कुछ लोगों में इससे पेट की परेशानी हो सकती है।
प्रोटीन सप्लीमेंट्स को वर्कआउट के बाद लेना मांसपेशियों की रिकवरी के लिए फायदेमंद होता है।
6. लंबे समय तक उपयोग की सावधानी
कई सप्लीमेंट्स का लंबे समय तक अनियंत्रित उपयोग शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। लंबे समय तक किसी भी पूरक आहार का सेवन करने से पहले नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है, ताकि इसके हानिकारक प्रभावों से बचा जा सके।
7. प्राकृतिक स्रोतों को प्राथमिकता
जहां तक संभव हो, पोषक तत्वों को प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त करना बेहतर होता है। उदाहरण के लिए:
विटामिन C के लिए संतरे, नींबू, और अन्य खट्टे फलों का सेवन करें।
कैल्शियम के लिए दूध, दही, और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
ओमेगा-3 के लिए मछली, अखरोट और अलसी के बीज का उपयोग करें।
8. एलर्जी और प्रतिक्रियाएं
कुछ सप्लीमेंट्स से एलर्जी हो सकती है। यदि किसी सप्लीमेंट के सेवन से चकत्ते, खुजली, सांस लेने में कठिनाई, या अन्य एलर्जी जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं, तो तुरंत उसका सेवन बंद करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
9. दवाओं के साथ परस्पर क्रिया
कई सप्लीमेंट्स कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया (इंटरैक्शन) कर सकते हैं और दवा की प्रभावशीलता को बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए:
कैल्शियम सप्लीमेंट्स कुछ एंटीबायोटिक्स के अवशोषण को कम कर सकते हैं।
पूरक आहार शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने का एक अच्छा तरीका हो सकते हैं, लेकिन इनका उपयोग समझदारी और सावधानी से करना जरूरी है। डॉक्टर की सलाह लेना, सही मात्रा और समय का ध्यान रखना, और प्राकृतिक स्रोतों को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
पूरक आहार (सप्लीमेंट्स) पर विवादास्पद विषय
सप्लीमेंट्स का उपयोग स्वास्थ्य में सुधार और पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है, लेकिन उनके प्रभावों और सुरक्षा के बारे में कई विवादास्पद मुद्दे भी उठते रहते हैं। यहां कुछ प्रमुख विवादास्पद विषयों की चर्चा की जा रही है जो पूरक आहार से जुड़े हैं:
1. सुरक्षा और गुणवत्ता पर सवाल
पूरक आहार के बाजार में गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। कुछ उत्पादों में हानिकारक रसायन, भारी धातुएं या नकली सामग्री मिलाई जाती है, जिससे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। इसके कारण कई बार ये सवाल उठते हैं:
क्या सभी सप्लीमेंट्स सुरक्षित हैं?
बिना नियमन के उत्पादों की बिक्री कितनी विश्वसनीय है?
2. सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन (Overconsumption)
सप्लीमेंट्स के उपयोग को लेकर एक बड़ा विवाद यह है कि कई लोग इनका अधिक सेवन करते हैं, यह सोचकर कि अधिक मात्रा में लेने से ज्यादा लाभ होगा। हालांकि, वास्तविकता में अधिक मात्रा में सप्लीमेंट्स का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। उदाहरण के लिए:
विटामिन D की अधिक मात्रा से हड्डियों और किडनी को नुकसान हो सकता है।
आयरन का अधिक सेवन विषाक्तता (टॉक्सिसिटी) का कारण बन सकता है, जिससे लिवर और अन्य अंगों को हानि हो सकती है।
3. प्राकृतिक बनाम कृत्रिम सप्लीमेंट्स
यह सवाल बार-बार उठता है कि क्या कृत्रिम सप्लीमेंट्स (जिन्हें लैब में बनाया गया हो) प्राकृतिक सप्लीमेंट्स (जिन्हें पौधों या जानवरों से निकाला जाता है) जितने ही प्रभावी हैं। कई शोधकर्ताओं का कहना है कि प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त पोषक तत्व शरीर में बेहतर अवशोषित होते हैं, जबकि कुछ अन्य मानते हैं कि कृत्रिम सप्लीमेंट्स भी समान रूप से उपयोगी हो सकते हैं। इस पर वैज्ञानिक जगत में अभी तक एकराय नहीं है।
4. लंबे समय तक उपयोग के प्रभाव
सप्लीमेंट्स के लंबे समय तक उपयोग को लेकर विवाद बना हुआ है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक सप्लीमेंट्स का अनियंत्रित सेवन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि:
हड्डियों में कैल्शियम की अत्यधिक मात्रा से कैल्सीफिकेशन (Calcification) की समस्या।
प्रोटीन सप्लीमेंट्स का अधिक उपयोग किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है।
5. सप्लीमेंट्स और कैंसर का संबंध
कुछ सप्लीमेंट्स के उपयोग और कैंसर के खतरे के बीच संबंध को लेकर भी विवाद रहा है। उदाहरण के लिए:
कुछ शोधों में पाया गया है कि बीटा कैरोटीन सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन फेफड़ों के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है, खासकर धूम्रपान करने वालों में।
इसी तरह, विटामिन E के अधिक सेवन को भी कुछ अध्ययनों में प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम से जोड़ा गया है।
6. खेल जगत में सप्लीमेंट्स का उपयोग
खेल जगत में एथलीट्स द्वारा सप्लीमेंट्स का उपयोग एक बड़ा विवादास्पद विषय है। कई एथलीट्स अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए प्रोटीन, बीसीएए (BCAA), और अन्य सप्लीमेंट्स का उपयोग करते हैं। हालांकि, कई बार इसमें हानिकारक स्टेरॉयड और प्रतिबंधित पदार्थों की मिलावट की जाती है, जिससे खिलाड़ी अनजाने में डोपिंग टेस्ट में फेल हो सकते हैं। इस विवाद का मुख्य बिंदु यह है:
क्या एथलीट्स को सप्लीमेंट्स की सख्त निगरानी में सेवन करना चाहिए?
क्या सप्लीमेंट्स का उपयोग नैतिक है, खासकर जब इनमें स्टेरॉयड जैसे तत्व होते हैं?
7. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
सप्लीमेंट्स और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध भी विवादास्पद है। कुछ सप्लीमेंट्स, जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अन्य सप्लीमेंट्स, जैसे कि कुछ एनर्जी बूस्टर्स, अत्यधिक उत्तेजना और चिंता का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, कुछ सप्लीमेंट्स के लंबे समय तक उपयोग से मानसिक विकारों का खतरा बढ़ सकता है।
8. अनुचित दावे और मार्केटिंग
सप्लीमेंट्स की कंपनियां अक्सर अपने उत्पादों के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर दावे करती हैं, जैसे कि "यह सप्लीमेंट आपको 10 दिन में वजन घटाने में मदद करेगा" या "यह सप्लीमेंट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज कर सकता है।" ऐसे दावों पर विशेषज्ञ और नियामक संस्थाएं सवाल उठाती हैं, क्योंकि इन दावों के पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होते। यह विवाद इस बात पर केंद्रित है:
क्या सप्लीमेंट कंपनियों को ऐसे दावे करने की अनुमति होनी चाहिए जिनका कोई वैज्ञानिक आधार न हो?
उपभोक्ताओं को कैसे सुरक्षित रखा जाए कि वे गलत जानकारी के आधार पर सप्लीमेंट्स न खरीदें?
9. दवाओं के साथ परस्पर क्रिया
कई सप्लीमेंट्स कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकते हैं और उनके प्रभाव को कमजोर या बढ़ा सकते हैं। इस मुद्दे पर डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ चिंतित रहते हैं क्योंकि:
विटामिन K सप्लीमेंट्स का सेवन खून पतला करने वाली दवाओं (ब्लड थिनर्स) के प्रभाव को कम कर सकता है।
सेंट जॉन वॉर्ट (St. John’s Wort) का सेवन अवसादरोधी दवाओं के साथ नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
10. सप्लीमेंट्स और वजन घटाने के विवाद
वजन घटाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सप्लीमेंट्स सबसे अधिक विवादास्पद होते हैं। कई बार ये सप्लीमेंट्स शरीर में मेटाबॉलिज्म को असामान्य रूप से तेज कर देते हैं, जिससे हृदय गति बढ़ने, उच्च रक्तचाप और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा रहता है। इन सप्लीमेंट्स पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है:
- क्या वजन घटाने के सप्लीमेंट्स वास्तव में सुरक्षित हैं?
- क्या इनके दावे वैज्ञानिक रूप से सत्यापित हैं?
पूरक आहार पर कई विवाद और चिंताएं बनी रहती हैं। इनका सही उपयोग फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अनियंत्रित या बिना वैज्ञानिक प्रमाण के उपयोग से स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे सप्लीमेंट्स का उपयोग विशेषज्ञ की सलाह से करें और उनके दावों पर आंख मूंदकर विश्वास न करें।